बुधवार 12 फ़रवरी 2025 - 05:01
सबसे अप्रिय सत्य

हौज़ा/अमीरुल मोमिनीन इमाम अली (अ) ने एक रिवायत में सबसे अप्रिय सत्य की ओर इशारा किया है।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, निम्नलिखित रिवायत "ग़ेरर अल-हिकम" पुस्तक से ली गई है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:

قال امیرالمؤمنين عليه السلام:

اَقْبَحُ الصِّدقِ ثَناءُ الرَجُلِ عَلى نَفْسِهِ

अमीरुल मोमेनीन इमाम अली (अ) ने फ़रमाया:

सबसे अप्रिय सत्य मनुष्य की अपनी परिभाषा है।

ग़ेरर अल-हिकम: भाग 2, पेज 388, हदीस 2942

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